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Thursday, 24 August 2023

पहले यात्रा करने में लगते थे 4-5 भारत का सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन कौन-सा है, जानें

 


भारत का सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन कौन-सा है, जानें

भारतीय रेलवे देश की जीवन रेखा कही जाती है। हमारे देश का नेटवर्क विश्व का चौथा और एशिया का दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है, जिसके तहत प्रतिदिन करोड़ों यात्री 13 हजार से अधिक पैसेंजर पैसेंजर ट्रेनों के माध्यम से सफर करते हैं। यह ट्रेनें 7 हजार से अधिक रेलवे स्टेशनों से गुजरती हैं। इस कड़ी में हम आपको भारत के सबसे ऊंचे रेलवे स्टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां पर सबसे ऊंचाई पर ट्रेन चलती है और इस वजह से इस जगह पर सफर करने का रोमांच ही अलग होता है।
Kishan Kumar
सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन
सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन

भारतीय रेल दुनिया की चौथी सबसे बड़ी रेल नेटवर्क है। इसके साथ ही एशिया में इसका स्थान दूसरे पायदान पर है। रेलवे के माध्यम से प्रतिदिन करोड़ों यात्री सफर कर अपनी मंजिलों तक पहुंचते हैं।

यही वजह है कि भारतीय रेलवे को देश की जीवन रेखा भी कहा जाता है। आपने भारत के अलग-अलग रेलवे स्टेशनों के बारे में पढ़ा और सुना होगा। हालांकि, क्या आपको पता है कि भारत का सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन कहां स्थित है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे। साथ ही रेलवे स्टेशन से जुड़े अन्य तथ्यों पर भी गौर करेंगे। 


कौन-सा है सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन

भारत के सबसे ऊंचे रेलवे स्टेशन की बात करें, तो यह घुम रेलवे स्टेशन है, जो कि पश्चिम बंगाल राज्य के दार्जिलिंग में दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे का हिस्सा है। भारत में यह रेलवे स्टेशन 2,258 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। 

 

Jagranjosh


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पहले यात्रा करने में लगते थे 4-5 दिन

हिमालयन रेलवे से पहले कोलकाता से दार्जिलिंग की यात्रा के लिए 4 से 5 दिन का समय लग जाता था। क्योंकि, यहां पहुंचने के लिए यात्रियों को पहले भाप इंजन से अपनी यात्रा करनी होती थी।इसके बाद वह नाव के माध्यम से गंगा को पार करते हुए साहिबगंज तक पहुंचते थे। यहां पहुंचने के बाद वे आगे का सफर बैलगाड़ी व अन्य साधनों से पूरा करते थे। इस वजह से यात्रियों को दार्जिलिंग पहुंचने में चार से 5 दिन का समय लेकर चलना पड़ता था। 


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1879 में शुरू हुआ निर्माण कार्य 

हिमालय रेलवे का साल 1879 में निर्माण कार्य शुरू हुआ। इस दौरान 1881 में घामौर तक रेलवे लाइन पहुंची। रेल सेवा शुरू होने पर यहां पर छोटे इंजन का प्रयोग किया जाने लगा और इसके साथ ही यात्रियों के हल्के और छोटे कोच इंजन में जोड़े गए। 


यात्रा के दौरान आता है रेलवे का प्रसिद्ध मोड़

इस यात्रा पर जब भी आप जाएंगे, तो रास्ते में रेलवे का एक प्रसिद्ध मोड़ पड़ता है, जिसे बतासिया मोड़ के नाम से जाना जाता है। इस मोड़ पर रेल एक पहाड़ी से होते हुए एक गोल घेर बनाती है। 


ऐसे में भारत में सबसे ऊंचे रेल सफर के दौरान मनमोहक वादियों के बीच यहां का खूबसूरत नजारा आंखों को सुकून पहुंचाता है। यही वजह है कई लोग भारत के इस सबसे ऊंचे रेलवे स्टेशन तक की यात्रा करते हैं और एक नए अनुभव का अहसास करते हैं। 

 

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