इतने बड़े टॉयलेट में रहता था शख्स, बाथरुम में ही हुआ था पैदा, Good Luck के लिए बनवाया अजीबोगरीब घर
सोशल मीडिया पर एक शख्स अजीबोगरीब कारण से चर्चा में है. इस शख्स का जन्म टॉयलेट में हुआ था. ऐसे में अब उसने अपने लिए जो घर बनवाया वो भी टॉयलेट सीट के शेप का है.
टॉयलेट सीट जैसे घर में रहता था मेयर (इमेज- ट्रिप एडवाइजर)
दुनिया में आपने कई तरह के इंजीनियरिंग के कमाल देखे होंगे. ऐसी कई इमारतें देखी होगी, जो आंखों को हैरान कर देती है. कोई अपने अजीबोगरीब डिजाइन के कारण तो कोई फीचर्स के कारण. लेकिन एक शख्स ने ऐसा घर बनाया, जिसे देखने के बाद कई लोग सदमे में हैं. इस घर का डिजाइन टॉयलेट सीट की तरह है. अपने घर का ऐसा डिजाइन बनवाने की शख्स ने जो वजह बताई, वो भी हैरान करने वाली है. उसकी मां चाहती थी कि बेटा ऐसा घर बनाए जो टॉयलेट सीट जैसा हो. अपनी मां की इच्छा पूरी करने के लिए शख्स ने ऐसा ही घर बना डाला.
साउथ कोरिया के सुवों में रहने वाले सिम जाए डक ने 2007 में एक ऐसा घर बनवाया, जिसकी काफी चर्चा होने लगी. ये घर टॉयलेट सीट जैसा दिखता था. दरअसल, सिम का जन्म टॉयलेट में ही हुआ था. अपनी जिंदगी में आने वाली मुसीबतों को खत्म करने के लिए उसने अपना घर ही इस शेप का बनवा लिया. बता दें कि एक समय पर सिम सुवों के मेयर भी थे. इनके घर ने काफी सुर्खियां बटोरी थी. हर किसी ने टॉयलेट जैसे दिखने वाले इस घर को देख हैरानी
टॉयलेट जैसे घर में रहने की वजह से कई लोग सिम को मिस्टर टॉयलेट के नाम से जानते थे. सिम की मां को लगता था कि ऐसे घर में रहने से उसके बच्चे की जिंदगी में खुशियां आएगी. उसे कामयाबी मिलेगी. सिम ने एक बड़ा सा घर बनवाया, जिसमें सारी सुविधाएं थी. लेकिन इस घर की सबसे बड़ी खासियत ये थी कि इसकी शक्ल टॉयलेट सीट जैसी थी. उसने अपने घर का नाम Haewoojae रखा था, जिसका मतलब होता है एक ऐसी जगह जहां जिंदगी के सारे प्रॉब्लम्स सॉल्व हो जाते हैं.
देखने आते हैं लोग
ऐसा था घर
सिम का ये अजीबोगरीब घर दो मंजिला था. इससे पहले वो जिस घर में रह रहा था, उसे 30 साल बाद उसने खाली कर दिया. अपने नए घर में सिम ने दो बेडरुम बनवाए थे. साथ ही इसमें कई लिविंग रुम थे. सबसे ज्यादा खर्च इसके टॉयलेट में किया गया था. घर में तीन टॉयलेट थे जिसके सीट अपने आप खुलते थे. साथ ही एक रूफटॉप भी बनवाया गया था, जो इसके डिजाइन को क्लियर दिखाता था. इस रूफटॉप की सीढ़ियां टॉयलेट की पेंद जैसी दिखती थी.
No comments:
Post a Comment